Sunday, 5 October 2014

आलिया भट्ट एक भारतीय अभिनेत्री

आलिया भट्ट एक भारतीय अभिनेत्री और मॉडल हैं। उन्होंने करण जौहर की रूमानी-हास्य फ़िल्म स्टूडेंट ऑफ द ईयर (२०१२) से हिन्दी फ़िल्मों में पदार्पण किया। इसके बाद उन्होंने 
इम्तियाज़ अली की फ़िल्म हाईवे और टू स्टेट्स और हम्प्टी शर्मा की दुल्हनिया में अभिनय किया।
आलिया भट्ट का जन्म १५ मार्च १९९३ को भारतीय फ़िल्म निर्देशक महेश भट्ट और अभिनेत्री सोनी राज़दान के घर में हुआ। उनके पिता गुजराती मूल के हैं जबकि उनकी माँ जर्मन मूल की कश्मीरी हैं। भट्ट के एक बहन शाहीन (जन्म १९८८) और दो सौतेले सहोदर पूजा भट्ट और राहुल भट्ट हैं। अभिनेता इमरान हाशमी और निर्देशक मोहित सूरीउसके फुफेरे भाई हैं जबकि फ़िल्म निर्माता मुकेश भट्ट उनके चाचा हैं। भट्ट ने जमनाबाई नरसी स्कूल से अपनी शिक्षा प्राप्त की।

Monday, 22 September 2014

मशहूर अभिनेता शशि कपूर आईसीयू में भर्ती

बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता शशि कपूर को कोकिलाबेन धीरुभाई अंबानी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्हें सीने में दर्द की शिकायत हुई है, जिसकी वजह से उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही है।
उनका इलाज कर रहे कोकिलाबेन धीरुभाई अंबानी अस्पताल डॉक्टर राम नारायण ने कहा कि हां शशि कपूर को आईसीयू में रखा गया है लेकिन उनकी हालत स्थिर है और चिंता की कोई बात नहीं है। लेकिन उनका स्वास्थ्य लंबे समय से खराब चल रहा है इसलिए हमेन उन्हें एहतियातन आईसीयू में रखा गया है।
 

Sunday, 21 September 2014

रीतिक-‍कैट नहीं जाना चाहते किसी भी 'रिएलिटी शो' में

  ऋतिक रोशन अपनी आने वाली फिल्म बैंग.बैंग  का प्रमोशन किसी भी रिएलिटी शो में नहीं करेंगे।  बैंग बैंग के डायरेक्टर सिद्धार्थ आनंद का कहना है कि यह फैसला सबने मिलकर लिया है। इस फैसले से किसी को कोई एतराज नहीं है।
फिल्म के डायरेक्टर सिद्धार्थ का कहना है कि फिल्म के टीजर और गानों ने ही लोगों को काफी प्रभावित कर दिया है। इसलिए इस फिल्म को किसी भी शो में प्रमोट करने की उन्हें कोई जरूरत शायद न पड़े। वहीं सिद्धार्थ का यह मानना है कि फिल्म बॉक्स ऑफिस पर काफी अच्छा प्रदर्शन करेगी।
  सिद्धार्थ आनंद द्वारा निर्देशित फिल्म बैंग बैंग में ऋतिक रौशन कटरीना कैफ डैनी और जावेद जाफरी की मुख्य भूमिका है। माना जा रहा है कि बैंग बैंग हॉलीवुड फिल्म नाइट एंड डे पर आधारित है।
इस फिल्म में रितिक का डांस लोगों को बहुत पसंद आएगा। रितिक को आप माइकल जेक्सन जैसे मूव्स करते देख पाएंगे। साथ ही कैटरीना भी अपने एक्शन से दर्शकों को हैरान करेंगी। एक्शन से भरपूर यह फिल्म 02 अक्तूबर को सिनेमाघरों में आ रही है।

Saturday, 2 August 2014

Poster of Aamir khan's PK



Here is the extremely bold and shocking poster of the Aamir Khan starrer 'P.K.'. It has Aamir posing completely in the nude with only a stereo system covering his front. Aamir is standing on a railway track in what looks like a deserted land, with a mad expression on his face.

Friday, 25 July 2014

KICK movie - review

                                                                           SHANTANU MAJUMDAR:


कहने की कोई ज़रुरत नहीं है कि ईद और सलमान का रिश्ता बहुत ही पुराना है। वैसे भी बड़े कम सुपरस्टार्स को ये किस्मत नसीब होती है, जहां उसकी फैन फॉलोइंग इतनी लॉयल हो कि उस जनता को अपने स्टार के फिल्म की क्वॉलिटी से नहीं, बल्कि सिर्फ और सिर्फ अपने चहेते हीरो की स्क्रीन अपीयरेंस से मतलब हो। ऐसी ही एक दमदार शख्सियत है सलमान खान की। इसलिए जब सलमान और उनके फैंस का ये कॉम्बो ईद पर मिलता है तो साल दर साल बॉक्स ऑफिस पर पैसों की सुनामी आ जाती है।
हालांकि सलमान की पिछली फिल्म “जय हो” कुछ खास नहीं कर पाई थी। लेकिन याद रखिएगा कि वो फिल्म ईद पर भी नहीं आई थी।
खैर आईए बात करते हैं इस फिल्म की...

                                             .
देवी लाल सिंह (सलमान खान) एक बहुत ही इंटेलीजेंट और हेल्पिंग नेचर का बंदा है। वो कोई भी काम तभी करता है जब उसमे उसे ‘किक’ मिलता है। इसी वजह से वो किसी भी जॉब में ज़्यादा दिन तक नहीं टिक पाता है। खैर इन सबके बीच देवी की ज़िंदगी में शायना (जैकलीन फर्नांडिस) आती है। कहने की कोई ज़रुरत नहीं कि दोनो के बीच में प्यार हो जाता है। फिर एक नाटकिय मोड़ आता है और फिल्म की कहानी दिल्ली से पोलैंड पहुंच जाती है। शायना की लाईफ में अब देवी की जगह हिमांशु (रणदीप हुड्डा) आ चुका है। हिमांशु एक पुलिस वाला है और उसे डेविल (सलमान खान) की तलाश है। डेविल एक बहुत ही शातिर चोर है, जिसने दिल्ली में कई बड़ी चोरीयां की है और उसकी अगली चोरी पोलैंड में है। लेकिन डेविल सिर्फ मज़े के लिए चोरी नहीं करता। इसके पीछे भी एक इंटरेस्टिंग कहानी है। यही कहानी इस फिल्म का बेसिक प्लॉट है।
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अब ये तो बताने की ज़रुरत नहीं है की ये फिल्म तेलुगु की इसी नाम की फिल्म की रीमेक है। तो ज़ाहिर है इसके हिंदी वर्ज़न में भी साउथ की टिपीकल फिल्म मेकिंग का एसेंस आता है।
फिल्म की स्क्रिप्ट को लेकर ऐसा कुछ भी बढ़ा चढ़ाकर बोलने वाला नहीं है। 
ये बतौर डायरेक्टर साजिद नाडियाडवाला की पहली फिल्म है। उनका डायरेक्शन above average है।
फिल्म का स्क्रीनप्ले ही इसकी सबसे बड़ी कमज़ोरी है। क्योंकि किरदारों को गढ़ने का काम फिल्म में बड़े ही बेतरतीब तरीके से किया गया है। और तो और इसकी हद तब हो जाती है जब फिल्म के सबसे मज़बूत किरदार नवाज़ुद्दिन सिद्दिकी (शिव गजरा) को फिल्म में इंटर्वल के बाद इंट्रोड्यूस किया जाता है। अफसोस है कि फिल्म में उनके किरदार को स्क्रीन स्पेस भी काफी कम मिला है। 
जैकलीन का किरदार फिल्म में लंबा ज़रुर है, लेकिन impact न के बराबर है।
इसके अलावा रणदीप, मिथुन, अर्चना पुरन सिंह, सौरभ शुक्ला, संजय मिश्रा और शुमोना ने भी अपना अपना किरदार ठीक ठाक तरीके से निभाया है।
चलिए अच्छी बात ये है कि फिल्म में गानों की संख्या सिर्फ तीन ही है। लेकिन ‘हैंगओवर’ को छोड़कर फिल्म में बाकी दोनो गानों की टाइमिंग बड़ी ही absurd है।
नो वंडर, फिल्म में अगर कोई किरदार इन सब पर छाया रहता है तो वो है सलमान खान का। उनका काम काबिल-ए-तारीफ है। खासकर एक्शन सींस मे वो काफी दमदार लगे हैं।
इनके अलावा फिल्म के दूसरे हीरो के रूप में अगर कोई डिपार्टमेंट stand-out करता है तो वो हैं फिल्म के एक्शन sequences । 
साथ ही फिल्म के डायलॉग राइटर रजत अरोड़ा का काम भी बेहतरीन है। कहना पड़ेगा कि फिल्म के ज़्यादातर डायलॉग्स सीटी-मार हैं। खासकर तब, जब वो डायलॉग्स सलमान या नवाज़ुद्दिन सिद्दिकी के मुंह से निकलते हैं।
हां कहीं कहीं पर फिल्म, ऑडियंस के इमोशंस के साथ अच्छे तरीके से खेलती है।
कुल मिलाकर ये एक टीपिकल ‘सलमान खान no-brainer’ टाईप की फिल्म है।
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Verdict- 2.5/5
Comment- मेरे इस रेटिंग से फिल्म के viewership पर तो कोई भी असर नहीं पड़ने वाला है। आप सब फिल्म देखने जाएंगे तो ज़रुर। तो जाइए, देखिए और खुशी से ईद मनाईए। 
ईद मुबारक !!! 0:-)


Monday, 14 July 2014

First Look of - MARY KOM- movie poster


5 sep को हो रही रिलीज़ मूवी मैरी कॅाम का पहला पोस्टर रिलीज़ हो गया है। इस मूवी में Priyanka chopra मैरी कॅाम के अवतार में नज़र आयेंगी। यह कहानी Olympic medalist  मैरी कॅाम की life पर अधारित है।

Thursday, 5 June 2014

TODAY's Bollywood movies releases (6 june 2014)

6 Jun 2014


-Filmistaan
-Holiday- A soldier is never off duty
-The world before her
-Tum ho yaar

Sunday, 1 June 2014

एक भारतीय सुपरमॉडल हैं, दीपिका पादुकोण



दीपिका पादुकोण, एक भारतीय सुपरमॉडल हैं।
दीपिका पादुकोण अपनी माँ और पिता से प्यार करती हैं। वह अपने माता पिता की पहली लड़की है और एक छोटी बहन सहित एक छोटा परिवार है। बैंगलोर में इस पली लड़की की मात्र भाषा कोंकणी है। वह अपने शहर बैंगलौर में नियमित रूप से मिलने जातीं हैं। वह मुम्बई  में रहती है। अपनी परिवार को बहुत याद करती हैं। वह कहती हैं "मुझे उनकी बहुत याद आती है, पर मेरा अपना एक जीवन है जो ग्रहयोग से बचाता है। ऐसा कभी नहीं चाहती कि वह मेरे लिये बैंगलोर से मेरे लिये यहाँ आकर रुके।" वह अपने हिन्दू होने को महत्व देती हैं और धार्मिक मान्यताओं से जुड़ी हैं। वह विभिन्न मन्दिरों और धार्मिक स्थलों को जाती रहती हैं। 
कॉलेज में अपने अध्ययन के दौरान उन्होंने अपने ऊँचे कद और कसी हुई काठी के कारण मॉडलिंग में अपना कैरियर बनाने का निर्णय लिया। पिछले कुछ वर्षों में उन्होंने प्रसिद्ध भारतीय ब्रांडों जैसे लिरिल,डाबर, क्लोज-अप टूथपेस्ट और लिम्का के लिए मॉडलिंग की है। उन्हें कई प्रतिष्ठित मॉडलिंग के प्रस्ताव प्राप्त हुए जिसमें भारत के ज्वैल्स ऑफ इंडिया का ब्रांड प्रतिनिधित्व भी शामिल था। दीपिका पादुकोण ने अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य पर अपनी उपस्थिति दर्ज की जब मेबिलिन ने उन्हें अपना नया अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता बनाया।
मॉडलिंग में एक सफल कैरियर बनने के बाद, पडुकोण ने अभिनय में कदम रखा। और आज दीपिका भारतीय सुपरमाॅडल हैं।

Wednesday, 28 May 2014

Cannes International Film Festival - BOLLYWORDS


Cannes International Film Festival की शुरुआत 1946 में फ्रांस  के Cannes शहर में हुई थी। इस वार्षिक फिल्म उत्सव में दुनियां भर से हर तरह की नयी फिल्मों को दर्शाया जाता है। इस बार के 2014 Cannes International Film Festival 14 may - 25 may 2014 तक हुऐ। न्यूजिलेंड के फिल्म निर्देशक जैन केम्पियन इस बार के 2014 Cannes International Film Festival के President of the Jury रहे।

इस फिल्म उत्सव में दुनिया के 16 देश भाग लेते हैं।  Cannes International Film Festival में रेड कार्पेट एक रिवाज़ है जहां हर देश के अभिनेता व अभिनेत्रियों को फैशनेबिल कपड़े पहन के रेड़ कार्पेट पर जाना होता है जहां दुनिया भर से आये फोटोग्राफर उनकी फोटो लेते हैं । इस फिल्म उत्सव की एक और खास बात है कि अगर आपके पास invitation है और आपने अच्छे कपड़े नहीं पहने तो आपको entry नहीं मिलेगी। साथ ही साथ सभी पत्रकारों के भी सूट पहनकर आने को कहा जाता है। तभी वो प्रेस एरिया में जा सकते हैं।

आपने 2014 Cannes International Film Festival  के रेड़ कार्पेट की पिक्स को नेट पर देख ही लिया होगा।

Friday, 23 May 2014

अनुष्का की जिंदगी की कुछ बातें




जन्म 1 मई 1988 (आयु 26)
बैंगलूरू, कर्नाटक, भारत
व्यवसाय मॉडल, अभिनेत्री
कार्यकाल 2008 – वर्तमान


अनुष्का शर्मा का जन्म 1 मई, 1988में हुआ। अनुष्का शर्मा  एक मॉडल और बॉलीवुड फिल्म उद्योग की एक अभिनेत्री हैं। इन्होंने अपना अभिनय का सफर २००८ मे प्रदर्शित हिन्दी फिल्म रब ने बना दी जोड़ी के साथ शुरु किया था जो आदित्य चोपड़ा द्वारा बनाई गई थी। इसके बाद उन्हें  फ़िल्म बैंड बाजा बारात (२०१०) के लिए काफ़ी सराहा गया। दोनों ही फ़िल्मों ने इन्हें फ़िल्मफेयर पुरस्कारों में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का नामांकन दिलाया।
अनुष्का का जन्म बैंगलोर में हुआ था परन्तु उनके माता-पिता गढ़वाल, उत्तराखंड के रहने वाले हैं। उनके पिता, कर्नल अजय कुमार शर्मा एक आर्मी अफसर हैं और माँ आशिमा शर्मा एक गृहणी हैं। उनके बड़े भाई कारनेश जो पहले राज्य-स्तरीय क्रिकेटर थे अब मर्चंट नेवी में कार्यरत हैं। इन्होंने अपनी पढ़ाई आर्मी विद्यालय से की है और माउन्ट कारमेल कॉलेज, बैंगलोर से कला में डिग्री ली है। बाद में वह मुंबई में अपने मॉडलिंग के करियर की शुरुआत करने आ गई।अनुष्का ब्लेंडर्स प्राइड फैशन टूर २०११ में रैम्प पर चलते हुए
 कहती है कि शुरुआत में वह मॉडलिंग जगत में नाम कमाना चाहती थीं और फ़िल्मों की ओर खास आकर्षित नहीं थी।] उन्होंने अपना मॉडलिंग करियर लैक्मे फैशन विक में वेंडेल रोड्रिक्स के लेस वंप्स शो की मॉडल के रूप में किया और रोड्रिक की स्प्रिंग समर ०७ कलेक्शन के लिए मुख्य मॉडल के रूप में चुनी गई। इसके बाद उन्होंने सिल्क एंड शाइन, विस्पर, नाथेला ज्वेलरी और फियाट पालियो के प्रचारों में काम किया है।
उनका अभिनय में पहला किरदार आदित्य चोपरा की रब ने बना दी जोड़ी (२००८) में शाहरुख खान के विपरीत था। उनके अभिनय को काफ़ी सराहा गया। फ़िल्म को समीक्षकों ने भी काफ़ी सराहा और वह एक ब्लाकबस्टर हिट  गई। उनकी दूसरी फ़िल्म बदमाश कंपनी, जिसे यश राज फ़िल्म ने निर्मित किया था, को ७ मई २०१० को रिलीज़ किया गया।
२०१० में शर्मा ने यश राज फिल्म्स के साथ अपना तिन फ़िल्मों का सौदा बैंड बाजा बारात के साथ पूरा किया जिसे मनीष शर्मा ने बनाया था और रणवीर सिंह इसमें प्रमुख भूमिका में थे।
अनुष्का शर्मा का करियर-
Year  Title                          Role Notes
2008 Rab Ne Bana Di Jodi                   Tani Sahni 2010 Badmaash Company                  Bulbul Singh 2010 Band Baaja Baaraat Shruti Kakkar 2011 Patiala House                 Simran 2011 Ladies vs Ricky Bahl                 Ishika Desai 2012 Jab Tak Hai Jaan         Akira Rai 2013 Matru Ki Bijlee Ka Mandola Bijlee Mandola 2014 NH10                         Post-production Also producer
2014 Bombay Velvet                  Rosie Post-production
2014 P.K.                                         Post-production
2015 Dil Dhadakne Do                 Filming 

Tuesday, 13 May 2014

वरुन धवन की कुछ जानी अनजानी बातें

वरुन धवन की कुछ जानी अनजानी बातें





वरुन धवन , बालीवुड के जाने माने अभिनेता और फिल्म निदेर्शक देवीड धवन   के पुत्र हैं। इनकी मां का नाम करुणा धवन है। आज हम इनके बारे में जानेंगे।  वरुन धवन का जन्म 24 april 1987  में मुम्बई में हुआ।  इन्होंने बिज़नेस मैनेजमेंट की पढा़ई Nottingham Trent University  की। 2010 में आई मूवी माई नेम इज़ खान में वरुन धवन ने करन जौहर के साथ सह निर्देशन किया। वरुन धवन ने एक्टिग में पहला कदम 2012 में आई Student of the Year से रखा। जिसके लिये इन्हें Best Male Debut के लिये फिल्म फेयर में नोमिनेट किया गया। Student of the Year  में किये गये इनके काम को मिडिया ने भी खूब सराहा।तेलगू फिल्म कनदिरेगा के रिमेक, मैं तेरा हिरो में वरुन धवन दोबरा दिखाई दिये । जिसके निर्देशक वरुन के पिता देविड धवन थे। इस पिच्चर में वरुन की कामेडी की खूब तारीफ हुई। वरून की आने वाली मूवी Humpty Sharma Ki Dulhania में रोमांटिक कामेडी करते दिखेंगे। वरुन  ABCD के सिकवल में भी ड़ांस करते दिखेंगे ।  Awards and nominations
Student of the Year BIG Star Entertainment Awards Most Entertaining Actor (Film) Debut - Male NominatedETC Bollywood Business Awards Most Profitable Debut (Male) NominatedFilmfare Awards Best Male Debut NominatedBollywood Hungama Surfers' Choice Movie Awards Best Debutant – Male NominatedScreen Awards Most Promising Newcomer – Male NominatedLions Gold Awards Favorite Debut (Male) WonZee Cine Awards Best Male Debut NominatedStardust Awards Breakthrough Performance – Male WonSuperstar of Tomorrow – Male Nominated[Star Guild Awards Best Male Debut NominatedTimes of India Film Awards Best Debut - Male Nominated


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Sunday, 11 May 2014

क्या हिरोइंस को पसंद हैं शादीशुदा मैंस ?

क्या हिरोइंस को पसंद हैं शादीशुदा मैंस ?



ग्लेमर की दुनियां बॅालीवुड में हर कोई अपने को चकाचौंद से भरपूर रखता है। चाहे वो हिरो हो या हिरोईन उम्र कितनी भी हो पर समय हार मानके, उनके लिये पीछे ही रहता है। इसलिये तो उम्र से कम दिखते हैं हिरो और हिरोईन। पर आपने कभी सोचा है कि अधिकतर हिरोईने अपने से ज्यादा उम्र के मैंस से ही क्यों शादी करती हैं? बोले तो उनसे जिनकी एक शादी हो चुकी होती है। असली कारण तो हिरोईने ही जाने । पर एक बात गौर करने वाली है कि ज्यादातर हिरोईने कम उम्र में शादी नहीं करती । इसलिये शायद ये सोचती होंगी करियर खत्म होने से पहले तजूरबेदार बंदे के साथ सैंटल हो जायें। पर आपने एक बात पर और गौर किया है कभी कि ये सभी मेन्स अरब या खरबपति ही होते है।
पूरानी हिरोईनो में शबाना आजमी, हैलेन, श्री देवी और नयी में करीना, रानी मुर्खजी, और भी बहुत सी  हिरोईने हैं जिनका इस लिस्ट में नाम है। 
रानी मुर्खजी की शादी में इसलिये टाइम लगा क्योंकि आदित्य चौपडा को उनकी पहली बीवी से तलाक नहीं मिला था। तलाक मिलते ही दोनों ने शादी कर ली । पर समय के साथ आगे बढने वाली दुनिया बालीवुड में एैसा क्यों होता आ रहा है? शायद अपनी लाइफ को हिरोईन्स का ये एक आसान तरीका है। वैल सैटेल्ड आदमी के साथ शादी करो और मस्त जीयो। या फिर कोई और वजह? 


Monday, 14 April 2014

What about wars in Bollywood?


NIKHIL SRIVASTAVA/-

माया नगरी की माया कौन अपना और कौन पराया ?

सालों से चली आ रही फिल्म इन्डस्ट्री को भगवान ना करे किसी की नज़र लगे, पर एक बात तो जरूर कहूंगा कि यहाँ कौन अपना है और कौन पराया यह पता करना नामुमकिन सा है? कभी किसी की दुश्मनी की खबरें आती हैं तो कभी दोस्ती की । 

 सालों से नामी जोड़ी जिनकी दुश्मनी एक मिसाल थी , लोग कही हो रहे झगड़े  पर कहा करते है कि शाहरूख सलमान की तरह लड़ रहे हैं। 

पर अचानक ही बाबा सिद्दकी की इफतार पार्टी में दोनों गले मिलते नजर आये । जिसे देख दोनों की लडाई को लेकर सोशल नेटवर्किग साइट पर मजे लेने वालों का मुह उतर गया औरउनकी शक्ल एसी हो गयी जैसे नेट कर सर्वर डाउन होने के बाद साइट के खुलने के इन्तजार में हो जाती है। इसके बाद शाहरूख सलमान फिर से एक एवार्ड फन्कसन में गले मिलते दिखाई दिये तो मिडिया में खबरें बन गई की ये कोई पब्लीसिटी सटंट तो नहीं है? पब्लीसिटी सटंट हो या नहीं हो पर एक बात तो तय है कि माया नगरी की माया को समझ पाना मुश्किल ही नही ना मुम्किन है।
 ये तो रहीं सलमान और शाहरूख की बात, पर अापने कैट वार के बारे में सुना होगा?
फिल्म इंडस्ट्री में आयदिन दो हिरोइनों के बीच हो रही लडाई की खबर आपको सुनने को मिल ही जायेगी । पर इनको तेा समझना सेहत के लिये खतरे से खली नहीं है। क्यों इनके उपर तो एक ही कहावत कही जा सकती है। ‘‘आज बैर और कल प्यार‘‘  पब्लीसिटी के लिये हो रहे इस वार और प्यार को सिर्फ हम एन्जोय ही कर सकते है क्योंकि ये समझना मुश्किल है की कौन अपना है और कौन पराया। ये तो बस माया और आँखों का धोखा है। और इनके लिये खबरों में बने रहने का आसान तरीका।
 


Wednesday, 9 April 2014

BOLLYWOOD - BRIEF INTRODUCTION

NIKHIL SRIVASTAVA/-

माया नगरी की माया - बाॅलीवुड


सिनेमा क्या है ?? माया , ऐसी माया जिसे हम छू नहीं सकते। ग्लेमर की माया , पैसों की माया और गिर कर डूबने या गिर के उठने की माया । जैसे जैसे समय बदल रहा है देश का सिनेमा भी बदल रहा है। जब घरों में टी वी नहीं हुआ करते थे तब भी सिनेमा की एैसी लत लोगों में थी कि जहां पर भी एक टीवी या वीसीआर चल जाते थे वहां सिनेमा घर बन जाता था और लोग अपने सारे काम भूला कर अपने कदमों को थाम कर नजरें ग़डा कर
टीवी देखने लगते थे । लेकिन आज देश के हर दिल और हर घर में बालीवुड की छवि कही ना कही दिख ही जाती है ।दबंग के बाद पीछे कालर पर चश्मा लटकाने का फैशन तो एक था टाईगर के बाद गले में मुफलर का फैशन । इससे ही पता चलता है कि यही है मायानगरी की माया का जलवा। ये तो रही मायानगरी की बाहर की बात पर अगर हम बालीवुड के अन्दर की बात जानने की कोशिश करें । हर आम आदमी के दिल में कहीं ना कहीं स्टारर्स की तरह चमकने की चाह होती है। उस चाह को पाने के लिये हजारों लोंग मायानगरी मुंबई की ओर रोज रूख करते हैं । दिल में चाह और आशाओं को पूरा करने की ललक । सपनों को पाने के लिये कुछ भी कर गुजरना। पर कुछ लोग कामयाब होतें हैं बाकी कामयाब होके भी ना कामयाब हो जाते है वजह ग्लेमर को संभल ना पाना। लेकिन अपने सपनों को हमेशा उड़ान देने वाले को ही बाजीगर कहते हैं । बालीवुड से अपना एक रिश्ता है और हमेशा रहेगा क्यों यही हमारे समाज का आइना है। और आइने को देख कर ही हम अपने आप को सुधारने की कोशिश करते हैं ।और हम यही चहेंगे की माया नगरी की माया कायम रहे और तरक्की के फूल यहां खिलते रहे ।

CAPTAIN AMERICA 2 MOVIE REVIEW

 

 SHANTANU MA

 कैप्टन अमेरिका 2  में क्या है खास जानिये शानतनू से-.


यकीन मानिए, बॉलीवुड की much awaited फिल्म “मैं तेरा हीरो” को छोड़कर इस हॉलीवुड flick को देखने की हिम्मत जुटाने में मुझे काफी मशक्कत करनी पड़ी। तो चलिए मिलकर जानते हैं कि कैसा रहा मेरी हिम्मत का फल!!!
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कैप्टन अमेरिका 2 की कहानी वहीं से शुरु होती है जहां एवेंजर्स (फिल्म) का सिलसिला रुकता है। एवेंजर्स कमेटी ‘S.H.I.E.L.D.S’ पर बुरी ताकतों का खतरा मंडरा रहा है और कमेटी के डायरेक्टर निक फ्यूरी की जान खतरे में है। ‘HYDRA’ नाम की ये बुरी संगठन ‘S.H.I.E.L.D.S’ के साथ ही पूरी दुनिया का भी खात्मा कर देना चाहती है। इस मुसीबत से दुनिया और कमेटी को बचाने के लिए कैप्टन अमेरिका (स्टीव रॉजर्स) और ब्लैक विडो (एजेंट नताशा) को साथ मिलकर ये मिशन खत्म करना होगा।
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Marvels के सभी बड़े सुपरहीरोज़ की कतार में देखा जाए तो कैप्टन अमेरिका ही सबसे फीके पड़ते हैं। क्योंकि ना ही तो ये ‘हल्क’ की तरह ताकतवर हैं, ना ही इनकी इमेज ‘आयरन मैन’ जैसी प्लेबॉय टाईप की है और ना ही तो ‘स्पाईडर-मैन’ की तरह इनका कोई दर्द भरा अतीत है। तो अब सवाल ये उठता है कि आखिर किस तरीके से कैप्टन अमेरिका को टिकट खिड़की पर बिकाऊ साबित करें।
बस यहीं पर तेजी से उभरता हुआ एक चेहरा सामने आता है, फिल्म के हीरो कैप्टन अमेरिका (क्रिस इवंस) का। दरअसल ये उनकी अभिनय क्षमता ही है, जो Marvels कड़ी के सबसे फीके हीरो को भी बड़ी मज़बूती से बाकी सुपरहीरोज़ की लाईन में खड़ा करती है। Right from the very first installment of Captain America, ये क्रिस इवंस की परफॉर्मंस ही है जो इस series को बॉक्स ऑफिस पर बिकाऊ और टिकाऊ, दोनो बनाती है।
लेकिन इसका मतलब ऐसा कतई नहीं है कि फिल्म का बाकी स्टाफ हाथ पर हाथ धरे बैठा रहा हो।
चाहे क्रिस्टोफर-स्टीफन की स्क्रिप्ट हो, हेनरी जैकमैन का बैकग्राउंड स्कोर हो, जेफ्री फोर्ड की एडिटिंग हो या दूसरा कोई विभाग........फिल्म हर मामले में एक दूसरे पर भारी ही पड़ती है।
उसपर से अगर इतना शानदार सपोर्टिंग कास्ट हो तो फिल्म की बॉक्स ऑफिस पर जीत तो पक्की है।
सैमुयल जैक्सन, स्कारलेट जॉनसन, रॉबर्ट रेडफोर्ड, सेबेस्टीयन स्टैन, कॉबी स्मलडर्स और बाकी की पूरी कास्ट का भी काम काबिल-ए-तारीफ है।
साथ ही फिल्म की सबसे बड़ी USP रही उसकी शानदार technology. भाईसाहब एक बात तो माननी पड़ेगी.........साला हम भारतीय कितनी भी मेहनत कर लें पर हॉलीवुड जैसा धांसु vfx हाल फिलहाल के भविष्य में नहीं बना पायेंगे। वाकई, मजा आ गया ये तकनिक देखकर!!!
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Verdict- 4/5
Comment- फिल्म देखने के बाद वाकई में मुझे ऐसा लगा कि मेरी हिम्मत दिखाने की ‘अक्ल’ काम आ गई। फिल्म का हर फ्रेम, हर शॉट और हर किरदार, चीख चीखकर मेरे फैसले को सही ठहरा रहा था। तो बस अब और क्या चाहिए, मुझे अपने वर्डिक्ट को प्रूफ करने के लिए। तो.......
Go for Captain America!!! Yo……………